अल्जीरिया की इमान खलीफ ने पेरिस में ओलंपिक मुक्केबाजी मैच में अपनी पहली जीत हासिल की, जब उनकी प्रतिद्वंद्वी इटली की एंजेला करिनी ने मात्र 46 सेकंड के बाद मुकाबला छोड़ दिया। इस अचानक समाप्त हुए मुकाबले और खलीफ के विवादास्पद पृष्ठभूमि ने काफी बहस छेड़ दी है।
मुकाबले का अप्रत्याशित अंत
46 सेकंड के इस संक्षिप्त मुकाबले के दौरान, इमान खलीफ और करिनी ने कुछ तेज़ पंचों का आदान-प्रदान किया। करिनी ने तेज दर्द महसूस किया और मुकाबला छोड़ने का फैसला किया, जो ओलंपिक मुक्केबाजी में एक असामान्य और दुर्लभ निर्णय है।
विवरण | घटना |
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प्रतिद्वंद्वी | एंजेला करिनी (इटली) |
मुकाबले की अवधि | 46 सेकंड |
परिणाम | करिनी ने मुकाबला छोड़ा |
करिनी ने रेफरी द्वारा इमान खलीफ का हाथ उठाए जाने के बाद उनसे हाथ नहीं मिलाया। भावनाओं से अभिभूत, करिनी को रिंग के फर्श पर रोते हुए देखा गया। उन्होंने बताया कि उनके नाक में महसूस हो रहे दर्द के कारण वे मुकाबला जारी नहीं रख सकीं। बाद में, इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने करिनी को सांत्वना दी और भविष्य में सफलता की कामना की।
पृष्ठभूमि विवाद
इमान खलीफ की पेरिस ओलंपिक में उपस्थिति विवादास्पद रही है, क्योंकि वे 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप से जेंडर एलिजिबिलिटी टेस्ट में विफल होने के बाद अयोग्य घोषित कर दी गई थीं। इससे उनके खेलों में भाग लेने को लेकर बहस छिड़ गई है।
एथलीट | मुख्य बिंदु |
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इमान खलीफ | 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप से अयोग्य, 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल विजेता |
एंजेला करिनी | चोटिल हुईं, मुकाबला छोड़ा |
इमान खलीफ, एक कुशल एमेच्योर बॉक्सर हैं, जिन्होंने 2022 वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर मेडल जीता था। उन पर टेस्टोस्टेरोन के उच्च स्तर के आरोप लगे थे, जिसके कारण उन्हें 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इसके बावजूद, वे पेरिस रिंग में जोरदार जयकारों के साथ उतरीं।
प्रतिक्रियाएं और भविष्य के मुकाबले
हालांकि करिनी का दिल टूट गया, उन्होंने मुक्केबाजी और अपने खेल के प्रति अपनी समर्पणता व्यक्त की। उन्होंने प्रतिस्पर्धा करने का दृढ़ संकल्प लिया था, लेकिन महसूस किए गए दर्द के कारण मुकाबला छोड़ने का फैसला किया। हंगरी की अगली प्रतिद्वंद्वी हमोरी ने इस विवाद से बेपरवाह होकर अपने आगामी मुकाबले पर ध्यान केंद्रित किया।
हमोरी, एक हंगेरियन बॉक्सर, ने कहा कि वे खलीफ से जुड़े विवाद के बारे में चिंतित नहीं हैं और केवल अपने मुकाबले में जीत पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हर एथलीट की मानसिकता होनी चाहिए कि वे कभी हार न मानें, चाहे परिस्थितियाँ कैसी भी हों।
व्यापक संदर्भ
अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने इमान खलीफ और ताइवान की लिन यू-टिंग की भागीदारी का बचाव किया है, जिन्हें भी जांच का सामना करना पड़ा। IOC के जेंडर-सम्बंधित नियम, जो 2016 रियो ओलंपिक से लागू हैं, विवाद का बिंदु रहे हैं। IBA, जिसे 2019 से ओलंपिक से प्रतिबंधित किया गया था, ने मुक्केबाजी प्रशासन और एथलीट पात्रता के अपने संचालन को लेकर आलोचना और कानूनी लड़ाई का सामना किया है।
मुख्य बिंदु
- विवादास्पद मुकाबले: इमान खलीफ और करिनी के बीच का मुकाबला एथलीट पात्रता और जेंडर पर चल रही बहस को उजागर करता है।
- भावनात्मक प्रतिक्रियाएं: करिनी का अचानक मुकाबला छोड़ना और उसके बाद की भावनात्मक प्रतिक्रिया एथलीटों के शारीरिक और मानसिक दबावों को दर्शाती है।
- मुक्केबाजी का भविष्य: IBA से जुड़े विवादों के बीच IOC की ओलंपिक मुक्केबाजी पर लगातार निगरानी खेल प्रशासन में हो रहे परिवर्तनों को दर्शाती है।
यह स्थिति खेल, राजनीति और व्यक्तिगत एथलीट अनुभवों के जटिल मिश्रण को उजागर करती है। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ेंगे, ध्यान इस बात पर रहेगा कि ये मुद्दे एथलीटों और प्रतियोगिता की अखंडता को कैसे प्रभावित करते हैं।